अजय शर्मा, भोपाल। मध्य प्रदेश से एक बड़ी खबर सामने आई है. सभी राज्य टाइगर रिजर्व में अब नाइट सफारी नहीं होगी। राष्ट्रीय उद्यानों में नाइट सफारी को एनटीसीए के दिशानिर्देशों के अनुसार रोक दिया गया है। पर्यटक कान्हा, बांधवगढ़, पेंच, पन्ना और सतपुड़ा टाइगर रिजर्व में नाइट सफारी में शामिल नहीं हो पाएंगे।
दरअसल, बिना अनुमति के वन विभाग ने टाइगर रिजर्व में रात को तलाशी अभियान चलाया। राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए) ने इसका विरोध किया। लंबे अशांत समय के बाद, एनटीसीए के निर्देशों के अनुसार अंतत: नाइट हंट को बंद कर दिया गया।
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वन्य जीवों की परेशानी
नेशनल टाइगर रिजर्व के अनुसार, जंगली जानवर प्राकृतिक रोशनी में रहने के आदी हैं। रात में शिकार करने के कारण जंगली जानवरों को अपने प्राकृतिक जीवन में कठिनाई होती है। एनटीसीए के निर्देश पर नाइट सफारी को बंद कर दिया गया है।
बफर जोन में नाइट सफारी की अनुमति
बफर में नाइट सफारी शुरू कर दी गई है। वन रेंजर ने शाम 7 बजे से रात 10 बजे तक बफर जोन में रात के शिकार की अनुमति दी है, लेकिन वाहनों की रोशनी और रात के समय आवाजाही के कारण वन्यजीवों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
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इन अभयारण्यों में रात्रि शिकार की भी अनुमति है
मध्य प्रदेश में कान्हा टाइगर रिजर्व, पेंच टाइगर रिजर्व, बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व, पन्ना टाइगर रिजर्व और सतपुड़ा टाइगर रिजर्व में नाइट सफारी आयोजित की जाती है। अब एनटीसीए की आपत्तियों के कारण बंद कर दिया गया है। एनटीसीए का तर्क है कि इससे वन्यजीवों के प्राकृतिक जीवन के लिए समस्याएं पैदा हुई हैं।
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