रायपुर। “मसोत्तम मास, कार्तिक मास” पुराणों के अनुसार कार्तिक मास को सर्वोत्तम और श्रेष्ठ मास माना गया है। कार्तिक मास का अपना एक विशेष अर्थ होता है। साथ ही कार्तिक मास को दामोदर मास भी कहा जाता है। वहीं पुराणों के अनुसार कार्तिक मास में भगवान की आराधना करने से बहुत कुछ मिलने की संभावना रहती है। हिंदू धर्म के अनुसार कार्तिक मास में रोशनी देना सबसे अच्छा माना जाता है। इस तरह व्यक्ति को सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है।
हिंदू धर्म के अनुसार इस महीने की अमावस्या के दिन देवी लक्ष्मी की पूजा अवश्य करनी चाहिए, जिससे आपको धन की प्राप्ति हो सकती है। जो लोग कार्तिक मास में व्रत रखते हैं, उन्हें अपने मन को शुद्ध रखना चाहिए, किसी का बुरा नहीं सोचना चाहिए और न ही किसी का बुरा करना चाहिए। उसे भी अपने मन पर नियंत्रण रखना चाहिए।
कार्तिक व्रत करने वालों के लिए यह आवश्यक है कि वे दिन के चार घंटे के अलावा अन्य समय में अपने पत्तों पर भोजन करें। वहीं इस महीने जमीन पर सोना भी फायदेमंद हो सकता है। इस माह में मंगला गौरी की पूजा विधि-विधान से करने से उन्हें प्रसन्न करके धन के साथ-साथ कोई लाभ भी प्राप्त हो सकता है।
इस प्रकार यदि कोई व्यक्ति ऋण चुकाने के नाम पर ऋण लेने के कारण बार-बार संकट में पड़ जाता है, यदि ऋण उसकी प्रतिष्ठा, सुख-शांति को नष्ट करने लगे तो उपाय करने चाहिए। ज्योतिष प्राप्त करने के लिए। कर्ज मुक्त हो जाओ। इसमें अपने ग्रहों और दशाओं की अनुकूल स्थिति की जानकारी होने पर शुभ मुहूर्त में मंगल यंत्र को तांबे की प्लेट में तराश कर पूजा स्थल पर रंगीन कपड़ा, सोना रखकर यंत्र को स्थापित करें. नियमित पूजा और मंत्र का जाप करना चाहिए – ‘उम् ऐं ही क्लीं मम् स्वाहा मनचाहा शरीर में’। और फिर दान करने के बाद मोक्ष की आशा के साथ किश्तों में उधार देना शुरू करें, जिससे आपको कर्ज से मुक्ति मिलेगी और समृद्धि में वृद्धि होगी।