मुकेश सेन, टीकमगढ़। मध्य प्रदेश में रिश्वत की प्रक्रिया को रोका नहीं जा सकता। आए दिन प्रदेश के कई जिलों से रिश्वत लेने वाले अधिकारियों व कर्मचारियों के मुकदमे आते रहते हैं। लोकायुक्त भी कार्रवाई कर रहे हैं, हालांकि सरकार के प्रतिनिधि सुधार की मांग नहीं कर रहे हैं। ताजा मामला टीकमगढ़ जिले से सामने आया है, जहां लोकायुक्त सागर की टीम ने रोजगार सहायक को 7,000 डॉलर की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है.
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प्राप्त जानकारी के अनुसार पंचायत पहाड़ी के पुराने गांव में पदस्थापित रोजगार सहायक संतोष कुशवाहा ने प्रधानमंत्री आवास योजना की तीसरी किस्त प्राप्त करने के लिए घूस की मांग की. शिकायतकर्ता रवींद्र अहिरवार ने सागर लोकायुक्त को शिकायत दी है। लोकायुक्त ने सरकार की योजना की शिकायतों पर गंभीरता से विचार किया है।

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आज लोकायुक्त सागर ने जाल का काम किया है। रोजगार सहायक संतोष कुशवाहा को सात हजार रुपये की रिश्वत लेते पकड़ा गया। प्रधानमंत्री ने तीसरे घर के बदले में रिश्वत दी। लोकायुक्त की टीम ने भ्रष्टाचार निरोधक के तहत मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।
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